एक शख्स हर जगह मिला मुझे
मेरी रूह, साँसों और धड़कनो में समाया है,
उसने मुझे अतीत, आज और कल में बसाया है,
अच्छे और बुरे वक्त में साथ निभाया है,
मैंने बातों और ख़्वाबों में उसे सजाया है,
उसने मुझे सादगी से सवरना सिखाया है,
लेकिन जहाँ मुझे सबसे ज़्यादा ज़रूरत है उसकी,
वही ज़िन्दगी में सूनापन आया है
एक शख्स हर जगह मिला मुझे,
बस सिवाय मेरी तकदीर के |
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